एंटीबायोटिक वो दवाएं होती हैं जो जीवाणु संक्रमणसे बचाती हैं। उचित तरीके से प्रयोग करने पर ये जीवन बचा सकती हैं। लेकिन एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस/प्रतिजैविक प्रतिरोध की समस्या तेजी से बढ़ रही है। यह तब होता है जब जीवाणु परिवर्तित होकर एंटीबायोटिक के प्रभावों का प्रतिरोध करने में समर्थ हो जाते हैं।
एंटीबायोटिक के प्रयोग से प्रतिरोध उत्पन्न हो सकता है। जब कभी भी आप एंटीबायोटिक लेते हैं तो संवेदनशील जीवाणु मर जाते हैं। लेकिन प्रतिरोधी जीवाणु विकसित होने के लिए और बढ़ने के लिए बच सकते हैं। उनकी वजह से ऐसे संक्रमण हो सकते हैं जिन्हें कुछ एंटीबायोटिक ठीक नहीं कर पाते हैं। इसका एक उदाहरण है मेथिसिलिन-रेसिस्टेंट स्टैफिलोकॉकस ऑरियस (एमआरएसए)। इसकी वजह से, ऐसे संक्रमण होते हैं जो कई सामान्य एंटीबायोटिक के लिए प्रतिरोधी होते हैं।
एंटीबायोटिक प्रतिरोध से बचने में सहायता करने के लिए
बीमारी नियंत्रण और रोकथाम केंद्र