जन्मजात विकार वे समस्याएं हैं जो उसी समय से शुरू हो जाती हैं जब बच्चा माँ के शरीर में विकसितहो रहा होता है। ज्यादातर जम्नजात विकार गर्भावस्था के पहले 3 महीनों के दौरान होते हैं। अमेरिका में 33 में से हर एक बच्चा जन्मजात विकार से ग्रस्त होता है।
जन्मजात विकार शरीर, गतिविधियों या दोनों को प्रभावित कर सकता है। कुछ जन्मजात विकार जैसे कटे होंठया तंत्रिका नली विकारसंरचनात्मक समस्याएं हैं जिन्हें आसानी से देखा जा सकता है। हृदय रोगोंजैसे अन्य विकारों का पता लगाने के लिए, चिकित्सक विशेष परीक्षण करते हैं। जन्मजात विकार मामूली या गंभीर हो सकते हैं। ये कुछ दवाओं या रसायनों के संपर्क में आने के परिणामस्वरूप होते हैं। उदाहरण के लिए, शराब की लत की वजह से बच्चे को भ्रूण शराब सिंड्रोमहो सकता है। गर्भावस्था के दौरान होने वाले संक्रमणोंकी वजह से भी जन्मजात विकार हो सकते हैं। ज्यादातर जन्मजात विकारों के कारण पता नहीं चलते हैं।
कुछ जन्मजात विकारों से बचा जा सकता है। फॉलिक एसिडके सेवन से कुछ जन्मजात विकारों से बचने में सहायता मिल सकती है। सेवन की जाने वाली अपनी किसी भी दवाके बारे में चिकित्सक से जरुर बताएं। कुछ दवाओं की वजह से गंभीर जन्मजात विकार हो सकते हैं।
जन्मजात विकारों से ग्रस्त बच्चों को सर्जरी या अन्य चिकित्सीय उपचारों की जरुरत पड़ सकती है। वर्तमान में, चिकित्सक माँ के गर्भ में ही जन्म विकार का पता लगा सकते हैं। इससे बच्चे के जन्म से पहले ही कुछ समस्याओं को सही किया जा सकता है।
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