शरीर के अन्य हिस्सों की तरह हड्डियां भी संक्रमित हो सकती हैं। संक्रमण अक्सर बैक्टीरियल होते हैं, लेकिन ये फंगल भी हो सकते हैं। ये हड्डी के आसपास की त्वचा या मांसपेशी, या रक्तप्रवाह से शरीर के अन्य हिस्सों में फैल सकते हैं।मधुमेह, खराब रक्त संचार, या हाल में हड्डी की चोट से ग्रस्त लोगों को हड्डी के संक्रमण का जोखिम रहता है। यदि आप हेमोडायलिसिसकरवा रहे हैं तो भी आपको इसका जोखिम हो सकता है।
हड्डी के संक्रमण के लक्षणों में शामिल हैं
रक्त परीक्षण या एक्स-रे जैसे इमेजिंग परीक्षण से हड्डी के संक्रमण का पता लगाया जा सकता है। उपचार में एंटीबायोटिक और अक्सर सर्जरी शामिल होते हैं।