बृहदान्त्र और मलाशय बड़ी आंत का हिस्सा हैं। बड़ी आंत की परत में ट्यूमर बनने पर कोलोरेक्टल कैंसर होता है। यह महिलाओं और पुरुषों दोनों में सामान्य है। 50 वर्ष की आयु के बाद कोलोरेक्टल कैंसर होने का जोखिम बढ़ जाता है। यदि आपको कोलोरेक्टल पॉलीप्सहै, कोलोरेक्टल कैंसर का पारिवारिक इतिहास है,अल्सरेटिव कोलाइटिसहै या क्रोहन रोगहै, आप अधिक मात्रा में वसा का सेवन करते हैं या धूम्रपान करते हैं तो आपको यह होने की संभावना ज्यादा होती है।
कोलोरेक्टल कैंसर के लक्षणों में शामिल हैं
आपको शुरुआत में लक्षण दिखाई नहीं दे सकते हैं इसलिए आपके लिए परीक्षण करवाना जरुरी है। 50 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को इसका परीक्षण करवाना चाहिए। परीक्षणों में कोलोनोस्कोपीऔर मल में रक्त की जांच की जाती है। कोलोरेक्टल कैंसर के उपचारों में सर्जरी, रेडिएशन, या दोनों का संयोजन शामिल है। इसका जल्दी पता चलने पर सामान्यतः इसे सर्जरी से ठीक किया जा सकता है।
एनआईएच: राष्ट्रीय कैंसर संस्थान